१. क्या एक ही फीस में हस्तरेखा और कुंडली देख लेते हैं?
उत्तर – नहीं। दोनों के दो तरीके हैं। दोनों की अलग फीस लगती है। अलग अलग समय दिया जाता है।
२. क्या हस्तरेखा और कुंडली से अलग अलग फलादेश आता है?
उत्तर – नहीं। दोनों के फलादेश एक ही होते हैं। ये दो तरीके हैं। लेकिन उनका लक्ष्य एक ही है।
३. मैंने कुंडली या हस्तरेखा दिखा ली है। क्या मुझे अब दूसरा तरीका भी अपनाना चाहिये?
उत्तर – एकेश्वर डिवाइन को कोई परहेज नहीं है। लेकिन यह आवश्यक नहीं है और न ही करने की सलाह दी जाती है। दोनों के फलादेश एक ही आएंगे और समाधान भी एक ही मिलेंगे। यह आपके धन और हमारी ऊर्जा की नाहक बर्बादी है। यदि आवश्यक हुआ तो हम आपसे दूसरी जानकारी स्वयं ही मांगेंगे।
४. मेरे जन्म के समय की ठीक ठीक जानकारी उपलब्ध नहीं है। मैं क्या करूँ?
उत्तर – हस्तरेखा परामर्श लीजिये। हस्तरेखा और कुंडली के फलादेश एक ही होते हैं।
५. मेरे पास कुंडली नहीं है। क्या मुझे बनवाना चाहिये?
उत्तर – कुंडली हर व्यक्ति को अवश्य बनवानी चाहिये। इससे जीवन के बारे में जानकारी मिलती है और जीवन की दिशा चुनने में सहायता। साथ ही समस्याओं की पूर्व जानकारी मिलने से उनके उपाय करना सुगम होता है।
६. मैंने कुंडली सॉफ्टवेयर से देखा कि गुरु(या कोई भी ग्रह) उच्च (नीच) का है। क्या करें?
उत्तर – अपने ज्योतिषी स्वयं न बनें। किसी एक ग्रह के आधार पर फलादेश नहीं होते। पूरी कुंडली एवं षोडशवर्ग कुंडलियों का अध्ययन जरूरी है।
७. हस्तरेखा या कुंडली देखकर एकेश्वर क्या क्या बताएंगे?
उत्तर – एकेश्वर आपकी कुंडली या हस्तरेखा देखकर आसन्न समस्याओं के समाधान देते हैं। पूरे जीवन के बारे में नहीं बताया जाएगा। आपके द्वारा किये गए ऐसे प्रश्न जिनके उत्तर सीमित हों, उनके उत्तर दिये जाएंगे। पूरे जीवन के बारे में बताना या सभी ग्रहों की विस्तार से विवेचना करना ऐसा कार्य है जो सम्पूर्ण जीवन में भी नहीं किया जा सकता है।
८. एकेश्वर से रत्न लेने पर क्या सर्टिफिकेट मिलेगा?
उत्तर – नहीं। एकेश्वर के पास रत्नों का सर्टिफिकेट अभी उपलब्ध नहीं है।
९. बिना सर्टिफिकेट के रत्न लेने पर क्या उपयोगिता रहेगी?
उत्तर – एकेश्वर के द्वारा दिये गए रत्नों के काम करने की पूरी संभावना होती है। स्वयं अभिषेक सूर्यवंशी उन्हें अभिमंत्रित करके देते हैं। उपयोगिता रत्न की नहीं, उनके प्रभाव की होती है।
१०. क्या मुझे फीस में छूट नहीं मिलेगी?
उत्तर – नहीं। फीस में कोई छूट नहीं मिलेगी। दैवज्ञ के काम में मोल मोलाई नहीं होती।
११. कुंडली मेलापक में क्या-क्या बताया जाएगा?
उत्तर – सबसे पहले तो कूट मिलान किया जाएगा। उसके बाद दोनों की कुंडली के हिसाब से शादी करनी चाहिये या नहीं, यह बताया जाएगा। साथ ही यदि किसी दोष के कोई उपचार हों, तो वे बताए जाएंगे। परन्तु दूसरे पक्ष के बारे में निजी जानकारी यथा पुत्रयोग, विदेशयात्रायोग आदि के बारे में नहीं बताया जाएगा। यह नीतिविरुद्ध है।
१२. क्या मैं फीस बाद में दे दूँ तो चलेगा?
उत्तर – नहीं। फीस अग्रिम जमा करनी होती है।
१३. अभिषेक सूर्यवंशी कौन हैं?
उत्तर – अभिषेक सूर्यवंशी जी पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। परंपरा से वे साधक हैं और सैकड़ों लोगों का सरल तरीके से उपचार किया है। आधुनिक और प्राचीन विज्ञान का अनूठा संगम बनाते हैं अभिषेक सूर्यवंशी।
१४. यदि रत्न मेरे पास नहीं पहुँचे तो क्या होगा?
उत्तर – बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के पुनः भेजा जाएगा।
१५. क्या टूटे रत्न धारण करने चाहिये?
उत्तर – बिलकुल नहीं। टूटे रत्न विपरीत फल देते हैं। यदि कोई पहना हुआ रत्न टूट जाए तो शीघ्रातिशीघ्र अपने ज्योतिषी से मिलें। एकेश्वर डिवाइन में हर रत्न हाथ से चुनकर भेजा जाता है। यदि रत्न भेजने के दौरान मार्ग में क्षतिग्रस्त हो गए तो दुबारा भेजा जाता है।